Israel Iran War: इजरायल की वायुसेना (IAF) ने बीती रात से अब तक ईरान के 40 मानवरहित विमानों (UAV ड्रोन) को मार गिराने का दावा किया है। IAF ने इसका एक वीडियो जारी किया है। इजरायली वायु सेना (IAF) ने कहा कि ईरान की ओर से रात भर यूएवी (ड्रोन) दागे गए। इनमें से आईएएफ ने 40 को इंटरसेप्ट करके उसे नष्ट कर दिया।
इजरायल ने किया 99 फीसद ड्रोन नष्ट करने का दावा
आईएएफ ने कहा,”ऑपरेशन राइजिंग लायन” की शुरुआत से अब तक 470 से अधिक यूएवी को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट किया गया है, जो लगभग 99% की सफलता दर को दर्शाता है।
यूएवी (UAV) ड्रोन क्या है?
UAV का पूरा नाम है Unmanned Aerial Vehicle यानि “मानवरहित हवाई वाहन”। आम बोलचाल में इसे “ड्रोन” कहा जाता है। ये ऐसे विमान होते हैं, जिन्हें उड़ाने के लिए पायलट की ज़रूरत नहीं होती। इन्हें दूर से रिमोट कंट्रोल या सैटेलाइट सिस्टम के ज़रिए संचालित किया जाता है।
यूएवी ड्रोन के मुख्य उपयोग
इसका मुख्य तौर पर उपयोग आजकल सैन्य सेवा के रूप में किया जा रहा है। इसमें दुश्मन की निगरानी और जासूसी शामिल है। इसके अलावा दुश्मन के ठिकानों पर हमला करना, हथियार या गोला-बारूद गिराना, सीमाओं की निगरानी करना व नागरिक उपयोग भी शामिल हैं। इनमें फसल की निगरानी और कृषि में सहायता, आपदा प्रबंधन (बाढ़, भूकंप के समय खोज और राहत), फिल्म और मीडिया में वीडियो शूटिंग, सामान की डिलीवरी जैसे कार्यों में इसका इस्तेमाल हो रहा है।
कैसे काम करता है ड्रोन?
ड्रोन में कैमरे, सेंसर, GPS, मोटर और नियंत्रक लगे होते हैं। इसे ज़मीन से कंप्यूटर या कंट्रोल रिमोट के माध्यम से उड़ाया जाता है। कुछ ड्रोन पूरी तरह से ऑटोनॉमस (स्वचालित) भी होते हैं, जो पहले से तय मार्ग पर खुद उड़ते हैं। यह दुश्मन के ठिकानों पर हमले करने के लिए सबसे उपयुक्त है। कई सुसाइड ड्रोन भी होते हैं, जो टारगेटेड ठिकानों पर जाकर बम की तरह फट जाते हैं।